धार्मिक मान्यताओं के अनुसारपूजा के दौरान दीपक प्रज्वलित करना बेहद शुभ माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि दीपक न जलाने से पूजा अधूरी रहती है। सुबह और शाम को दीपक जलाने से नकारात्मक ऊर्जा से छुटकारा मिलता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। शास्त्रों में दीपक जलाने के कई नियमों के बारे में बताया गया है।
- अगर आप पूजा के दौरान घी का दीपक पर जला रहे हैं, तो उसे अपने बाईं तरफ रखना चाहिए और तेल का दीपक दाईं ओर रखना चाहिए। घी का दीपक देवी-देवताओं के लिए जलाया जाता है।
- अगर आप जीवन में आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं, तो इसके लिए माता रानी के सामने का घी का दीपक जलाएं। इस परिस्थिति में घी का दीपक जलाना शुभ माना जाता है। माना जाता है कि ऐसा करने से आर्थिक तंगी दूर होती है।
- दीपक जलाने से पहले उसको अच्छी तरह से जांच लें। अगर दीपक खंडित है, तो उसे न जलाएं। माना जाता है कि खंडित दीपक जलाने से इंसान को जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
- दीपक को घर की पूर्व दिशा में जलाना शुभ माना जाता है। पितरों के नाम का दीपक दक्षिण दिशा में जलाना चाहिए। कहा जाता है कि इस दिशा में दीपक जलाने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।
- धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, घर के मुख्य द्वार पर दीपक शाम के समय जलाना चाहिए।
दीपक जलाते समय निम्न मंत्र का जाप करना चाहिए।
शुभम करोति कल्याणं, आरोग्यं धन संपदाम्, शत्रु बुद्धि विनाशाय, दीपं ज्योति नमोस्तुते
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