meta content='A blog About national and internationl news with print media' name='description'/> meta content='blue city express,rajasthani news,rajasthan news,blue city express,jodhpur news,india news,delhi news,barmer news,jaiselmer news,pali news'name='krywords'/> Deva Gurjar Kota: दूध बेचने वाला गांव का लड़का कैसा बना डॉन, सोशल मीडिया पर हो रही चर्चा

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Deva Gurjar Kota: दूध बेचने वाला गांव का लड़का कैसा बना डॉन, सोशल मीडिया पर हो रही चर्चा

 


Deva Gurjar Kota: 4 अप्रैल को गैंगवार में मारा गया Deva Gurjar सोशल मीडिया पर आजकल काफी चर्चा में है।देवा गुर्जर के बारे में उसके करीबी बताते हैं कि देवा को डॉन (Deva Don) वाला लाइफस्टाइल बेहद पसंद था। वह बचपन से ही डॉन बनना चाहता था और वह बना भी।

देवा गुर्जर से बना देवा डॉन

देवा गुर्जर कोटा (Deva Gurjar Kota) जिले के बोराबास गांव का रहने वाला था। देवा गुर्जर अधिक पढ़ा लिखा नहीं था। कोटा के बोराबास गांव में वह दूध बेचने का काम करता था। धीरे-धीरे सोशल मीडिया पर बढ़ती लोकप्रियता से वह लोगों के संपर्क में आने लगा और कुछ ही समय बाद वह इतना पॉपुलर हो गया की कोटा में देवा गुर्जर अब देवा डॉन के नाम से जानने लगा। उसके नाम से कोटा में कोई काम नहीं रुकता था

सोशल मीडिया पर 2 लाख फ़ॉलोवर्स

गांव वालों को कहना है कि देवा गुर्जर ने कभी किसी को परेशान नहीं किया। वह अपने काम से मतलब रखता है और अपनी मस्ती में मस्त रहता था। कुछ समय बाद देवा गुर्जर सोशल मीडिया पर देवा डॉन (Deva Don) के नाम से जाना जाने लगा। उसके सोशल मीडिया पर 2 लाख फॉलोवर्स थे। देवा गुर्जर को सोशल मीडिया से भी इनकम होती थी


2 पत्नियाँ और 9 बच्चे परिवार में

देवा सोशल मीडिया का इतना शौकीन था की उसने अपने साथ एक कैमरामेन भी रख रखा था। देवा सोशल मीडिया पर ही नहीं अपनी निजी लाइफ को लेकर चर्चा में था। देवा डॉन के 2 पत्नियाँ और 9 बच्चे थे, दोनों में इतना प्रेम था कि दोनों एक ही घर में रहती थी। करवा चौथ का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था जिसमे दोनों एक साथ करवा चौथ का त्योहार मना रही थी।

पैसों के वजह से हुआ मर्डर

देवा गुर्जर (Deva Gurjar Kota) ने 8-10 गाड़ियां रावतभाटा के प्लांट में लगा रखी थी। वहां से उसे अच्छी कमाई होती थी। इसी कमाई की वजह से देवा और उसके दोस्तों में अनबन हो गई और उसके दोस्त ने ही कुछ लोगों के साथ मिलकर उसका रावतभाटा के एक सैलून में मर्डर कर दिया। 4 अप्रेल 2022 को देवा पर बदमाशों ने पूरी निगरानी रखी। देवा रावतभाटा गया हुआ था। वाहन में कुछ खराबी थी तो मैकेनिक को गाड़ी देकर वह एक सैलून में वह सेविंग करवाने गया था।

तभी हथियारों से लैस बदमाशों ने देवा पर ताबड़तोड़ वार किए, जिससे उसकी मौत हो गई। देवा के गांव के लोगों का कहना है कि उसके मर्डर में शामिल बाबू गुर्जर (Babu Gurjar) को भी नौकरी पर देवा ने ही रखा था। वही देवा के काम धंधे की देखरेख और पैसे का लेन-देन बाबू ही करता था। लेकिन देवा को पता नहीं था कि उसके लिए बाबू की काल बन जाएगा। देवा की लोगों की आगे बढ़कर मदद करने की आदत ने ही उसके गैंगवार में मर जाने के बाद भी लोगों के दिलों में खुद को जिंदा रखा है.

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