ajasthan Police Report Card: राजस्थान में बीते वर्ष अपराधों का आंकड़ा वर्ष 2020 के मुकाबले 11 फीसदी बढ़ गया है. राजस्थान डीजीपी एमएल लाठर (DGP ML Lather) ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि कानून व्यवस्था के लिए साल 2021 काफी बेहतर रहा.
जयपुर. राजस्थान में साल 2021 में अपराधों में वर्ष 2020 की तुलना में 11 फीसदी की वृद्धि (Crime increased) हुई है. पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर (DGP ML Lather) ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राजस्थान पुलिस का रिपोर्ट कार्ड (Rajasthan Police Report Card ) पेश किया. डीजीपी एमएल लाठर ने साल 2021 को कानून व्यवस्था के लिहाज से अच्छा बताते हुए अपराधियों को सजा दिलाने में राजस्थान की स्थिति को राष्ट्रीय औसत से बेहतर बताया. लाठर ने कहा कि कमजोर वर्गो को न्याय दिलाने के मामलों में पुलिस की ओर से तुरंत एक्शन लिया गया. बीते साल पुलिस मुख्यालय की ओर से अनियमितताओं में लिप्त पाये गये पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी सख्त एक्शन किया गया है.
राजस्थान पुलिस के मुखिया एमएल लाठर ने बताया कि साल 2021 में अपराधों में साल 2020 की तुलना में 11 फीसदी की वृद्धि हुई है. साल 2020 की तुलना में बीते वर्ष सम्पत्ति संबंधी अपराधों में 20.99 फीसदी, डकैती में 2.63, लूट में 28.57, नकबजनी में 17.04 और चोरियों में 21.53 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है.
2019 की तुलना में बीते वर्ष अपराधों में 4.77 फीसदी की कमी आई
लाठर ने बताया कि 2019 की तुलना में बीते वर्ष अपराधों में 4.77 फीसदी की कमी हुई है. उन्होंने बताया कि साल 2021 में सम्पत्ति संबंधी अपराधों के साल 2019 की तुलना में 12.66 फीसदी की कमी रही. डकैती में 27.10 फीसदी, नकबजनी में 5.03 और चोरियों में 14.56 प्रतिशत की कमी हुई है. जबकि लूट की वारदातों में 4.25 प्रतिशत की गिरावट रही.
रेप के मामलों में जांच का औसत समय घटा
डीजीपी लाठर के अनुसार साल 2020 में अपराधियों को सजा की दर के राष्ट्रीय औसत 38.90 की तुलना में राजस्थान में 56.80 फीसदी रहा था. यह राष्ट्रीय औसत से 17.90 फीसदी अधिक है. उन्होंने बताया कि साल 2019 में महिला अपराधों से संबंधित प्रकरणों के निस्तारण में राजस्थान देश में प्रथम रहा था. साल 2020 में द्वितीय स्थान पर रहा. डीजीपी ने बताया कि दुष्कर्म के मामलों में जांच का औसत समय जो 2018 में 241 दिन था वह साल 2021 में घटकर महज 86 दिन रह गया है.
अश्लील वीडियो केस ने पुलिस की छवि को पहुंचाया नुकसान
डीजीपी ने कहा कि कोरोना काल के दौरान पुलिस की कार्यप्रणाली की सभी ने जमकर तारीफ की है. जनता के बीच पुलिस की छवि में भी बदलाव आया है. रिश्वत के बदले अस्मत और अश्लील वीडियो मामले में पुलिस की छवि को धक्का भी लगा है. हालांकि दोनों ही मामलों में पुलिस मुख्यालय ने सख्त कार्रवाई की है. लाठर ने कहा कि पुलिस को ग्राउंड लेवल पर अपने डे-टू-डे के व्यवहार में भी बदलाव लाने के लिए कदम उठाने होंगे.
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